
बिहार सरकार की मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना बेटियों को पढ़ाने, सशक्त बनाने और उनका भविष्य उज्ज्वल करने के लिए एक बहुत अच्छी योजना है। ये योजना बेटियों के जन्म से लेकर उनकी पढ़ाई पूरी होने तक आर्थिक मदद देती है, ताकि गाँव-घर की बेटियाँ भी पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बन सकें। इस लेख में हम इस योजना को आसान और साधारण भाषा में समझाएंगे, ताकि गाँव के हमारे भाई-बहन इसे अच्छे से समझ सकें और इसका फायदा उठा सकें।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना क्या है?
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने शुरू की है। इसका मकसद है कि बिहार की हर बेटी को पढ़ाई, अच्छा स्वास्थ्य और सम्मान मिले। इस योजना के तहत बेटी के जन्म से लेकर स्नातक (ग्रेजुएशन) तक अलग-अलग समय पर पैसे दिए जाते हैं। ये पैसा बेटियों की पढ़ाई, कपड़े, और दूसरी जरूरतों के लिए होता है। साथ ही, ये योजना बेटियों के खिलाफ होने वाली गलत प्रथाओं जैसे बेटी की भ्रूण हत्या और बाल विवाह को रोकने में भी मदद करती है।
इस योजना का फायदा किसे मिलेगा?
ये योजना बिहार की उन बेटियों के लिए है जो:
- बिहार में रहती हों (बिहार की स्थायी निवासी हों)।
- स्कूल में पढ़ रही हों या 10वीं, 12वीं, या ग्रेजुएशन पास कर चुकी हों।
- 10वीं और 12वीं की प्रोत्साहन राशि के लिए अविवाहित हों।
- एक परिवार की ज्यादा से ज्यादा दो बेटियों को ये लाभ मिलेगा। लेकिन अगर पहली बेटी के बाद जुड़वां बेटियाँ पैदा होती हैं, तो तीनों को लाभ मिल सकता है।
योजना में क्या-क्या मिलता है?
इस योजना में बेटियों को अलग-अलग समय पर पैसे दिए जाते हैं। ये रहा पूरा ब्यौरा:
- जन्म के समय:
- जब बेटी पैदा होती है, तो परिवार को 2,000 रुपये मिलते हैं।
- 1 साल की उम्र पर:
- बेटी का आधार कार्ड बनने और सभी टीके लगने के बाद 1,000 रुपये मिलते हैं।
- 2 साल की उम्र पर:
- पूरे टीके लगने के बाद 2,000 रुपये मिलते हैं।
- स्कूल की पढ़ाई के लिए:
- कक्षा 1 से 2: हर साल 600 रुपये (यूनिफॉर्म और किताबों के लिए)।
- कक्षा 3 से 5: हर साल 700 रुपये।
- कक्षा 6 से 8: हर साल 1,000 रुपये।
- कक्षा 9: 2,000 रुपये।
- 10वीं पास करने पर:
- अगर बेटी 10वीं में प्रथम श्रेणी से पास करती है और शादीशुदा नहीं है, तो उसे 10,000 रुपये मिलते हैं।
- 12वीं पास करने पर:
- 12वीं पास करने वाली अविवाहित बेटियों को 25,000 रुपये मिलते हैं, चाहे वो प्रथम, द्वितीय या तृतीय श्रेणी में पास हों।
- ग्रेजुएशन (स्नातक) पास करने पर:
- अगर बेटी BA, B.Sc, B.Com या कोई समकक्ष डिग्री पास करती है, तो उसे 50,000 रुपये की एकमुश्त राशि मिलती है। ये उन बेटियों के लिए है जिन्होंने 1 अप्रैल 2021 से 30 नवंबर 2024 के बीच डिग्री पूरी की हो।
क्या-क्या दस्तावेज चाहिए?
इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको ये कागजात जमा करने होंगे:
- आधार कार्ड: बेटी का, माता-पिता का।
- जन्म प्रमाण पत्र: बेटी के जन्म के समय की राशि के लिए।
- पढ़ाई के प्रमाण पत्र: 10वीं, 12वीं या ग्रेजुएशन की मार्कशीट।
- बैंक खाता: बेटी का बैंक खाता, जो आधार से लिंक हो और बिहार के किसी राष्ट्रीयकृत बैंक, निजी बैंक या इंडिया पोस्टल पेमेंट बैंक में हो।
- फोटो: पासपोर्ट साइज फोटो।
- निवास प्रमाण पत्र: बिहार का।
- मोबाइल नंबर और ईमेल (अगर हो)।
- हस्ताक्षर।
आवेदन कैसे करें?
इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ये रहा आसान तरीका:
- वेबसाइट पर जाएं:
- बिहार सरकार की वेबसाइट medhasoft.bih.nic.in या ekalyan.bih.nic.in पर जाएं।
- रजिस्टर करें:
- अगर आपने पहले रजिस्टर नहीं किया, तो “Register” बटन दबाकर अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल और आधार नंबर डालें।
- लॉगिन करें:
- रजिस्टर करने के बाद लॉगिन करें और फॉर्म खोलें।
- फॉर्म भरें:
- अपनी पढ़ाई, बैंक खाता और दूसरी जानकारी डालें।
- कागजात अपलोड करें:
- सभी कागजात स्कैन करके अपलोड करें।
- सबमिट करें:
- फॉर्म जमा करें और उसकी रसीद डाउनलोड करके रख लें।
आवेदन की स्थिति कैसे चेक करें?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपका आवेदन स्वीकार हुआ या नहीं, तो ये करें:
- वेबसाइट medhasoft.bih.nic.in पर जाएं।
- “Reports” में “List of Eligible Students” चुनें।
- अपनी यूनिवर्सिटी का नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर और मार्कशीट नंबर डालें।
- स्थिति देखें।
कुछ जरूरी बातें
- कितनी बेटियाँ लाभ ले रही हैं?: बिहार में करीब 1.5 करोड़ बेटियाँ इस योजना का फायदा उठा रही हैं।
- आवेदन की आखिरी तारीख: 12वीं और ग्रेजुएशन के लिए आवेदन की तारीख समय-समय पर बदलती रहती है। उदाहरण के लिए, 2024 में 12वीं के लिए आखिरी तारीख 30 जून थी।
- हेल्पलाइन: अगर आपको कोई परेशानी हो, तो इन नंबरों पर संपर्क करें: 0612-223059, 7991188031, 8292825106, 7004360147, 8986294256। या ईमेल करें: [email protected]।
इस योजना से क्या फायदा हुआ?
ये योजना बिहार की बेटियों के लिए वरदान साबित हुई है। इसने न सिर्फ बेटियों को पढ़ाई के लिए पैसे दिए, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया। गाँव की बेटियाँ अब स्कूल-कॉलेज जा रही हैं, ग्रेजुएशन कर रही हैं और अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं। साथ ही, बेटियों के प्रति समाज की सोच भी बदल रही है।
आखिरी बात
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना बिहार की बेटियों के लिए एक सुनहरा मौका है। अगर आपके घर में बेटी है, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं। जल्दी से ऑनलाइन आवेदन करें और अपनी बेटी का भविष्य उज्ज्वल करें। ज्यादा जानकारी के लिए medhasoft.bih.nic.in या ekalyan.bih.nic.in पर जाएं। अपनी बेटी को पढ़ाएं, उसे सशक्त बनाएं!