आधार कार्ड आज हर भारतीय की पहचान का अहम हिस्सा है। UIDAI ने हाल ही में नया आधार ऐप लॉन्च किया है, जो क्यूआर कोड और फेस आईडी के जरिए तेज और सुरक्षित सत्यापन की सुविधा देता है। यह ऐप आम लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि पहचान सत्यापन आसान और डिजिटल हो सके। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।

नया आधार ऐप की खासियतें
1. फेस आईडी से सत्यापन
- आप अपने चेहरे की लाइव तस्वीर के जरिए पहचान सत्यापित कर सकते हैं। यह UIDAI के डेटाबेस में मौजूद आपकी फोटो से मिलान करता है।
- बुजुर्गों के लिए यह सुविधा खास तौर पर उपयोगी है, क्योंकि उन्हें फिंगरप्रिंट देने में दिक्कत हो सकती है।
- लाइवनेस डिटेक्शन की मदद से फोटो से धोखाधड़ी का खतरा कम हो जाता है।
2. क्यूआर कोड से तेज सत्यापन
- ऐप एक डायनामिक क्यूआर कोड बनाता है, जिसे स्कैन करके तुरंत आपकी पहचान जांची जा सकती है, जैसे UPI पेमेंट की तरह।
- इस क्यूआर कोड में आपका नाम, जन्म तिथि, पता और मास्क्ड आधार नंबर होता है, जो डिजिटल रूप से सुरक्षित होता है।
- यह ऑफलाइन भी काम करता है, यानी इंटरनेट की जरूरत नहीं।
3. डेटा की गोपनीयता
- आप सिर्फ जरूरी जानकारी ही साझा कर सकते हैं, जिससे आपकी प्राइवेसी बरकरार रहती है।
- ऐप में बायोमेट्रिक लॉक है, जो अनधिकृत इस्तेमाल को रोकता है।
- AI तकनीक डेटा चोरी या गलत इस्तेमाल के खतरे को कम करती है।
4. आसान और सुविधाजनक
- ऐप का डिज़ाइन इतना सरल है कि गैर-तकनीकी लोग और गाँव के निवासी भी इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं।
- यह कम कीमत वाले स्मार्टफोन्स पर भी चलता है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसका फायदा उठा सकते हैं।
- आप ऐप से आधार पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं और वर्चुअल आईडी भी बना सकते हैं।
कैसे डाउनलोड और इस्तेमाल करें?
- डाउनलोड: अभी ऐप बीटा टेस्टिंग में है और Google Play Store या Apple App Store से सीमित लोगों के लिए उपलब्ध है। जल्द ही यह सबके लिए आएगा।
- क्यूआर स्कैन: ऐप खोलकर आधार कार्ड (फिजिकल, e-Aadhaar, या mAadhaar) का क्यूआर कोड स्कैन करें।
- सत्यापन: ऐप डिजिटल सिग्नेचर चेक करेगा और आपकी जानकारी (नाम, पता, फोटो) दिखाएगा। अगर सिग्नेचर गलत हुआ, तो “QR Code not verified” का मैसेज आएगा।
- फेस आईडी: कैमरे में चेहरा स्कैन करें, जो डेटाबेस से मिलान करेगा।
कहाँ काम आएगा?
- बैंक, टेलीकॉम या सरकारी दफ्तरों में KYC के लिए।
- हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन या होटल में पहचान जाँच के लिए।
- नौकरी शुरू करने या किसी संस्थान में रजिस्ट्रेशन के लिए।
फायदे
- सुविधा: अब फिजिकल आधार कार्ड या फोटोकॉपी साथ रखने की जरूरत नहीं।
- सुरक्षा: डिजिटल सिग्नेचर और फेस आईडी से धोखाधड़ी का खतरा कम।
- तेजी: सत्यापन कुछ सेकंड में हो जाता है, जैसे UPI से पेमेंट।
- डिजिटल इंडिया: यह ऐप डिजिटल सत्यापन को बढ़ावा देता है।
सावधानियाँ
- अपना आधार नंबर सोशल मीडिया या किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें।
- सिर्फ UIDAI के आधिकारिक ऐप्स (जैसे Aadhaar QR Scanner या mAadhaar) का इस्तेमाल करें।
- किसी भी थर्ड-पार्टी ऐप से बचें, क्योंकि वे आपके डेटा को खतरे में डाल सकते हैं।
निष्कर्ष
नया आधार क्यूआर कोड ऐप पहचान सत्यापन को तेज, सुरक्षित और आसान बनाने का एक शानदार कदम है। यह mAadhaar से भी ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक है। अभी यह बीटा टेस्टिंग में है, लेकिन जल्द ही सभी के लिए उपलब्ध होगा। ज्यादा जानकारी के लिए UIDAI की वेबसाइट (https://uidai.gov.in) पर जाएँ।